दया कर दान भक्ति का हमें परमात्मा देना,
दया करना हमारी आत्मा को शुद्धता देना,
दया कर दान भक्तिं का....
हमारे ध्यान में आओ प्रभु आँखों में बस जाओ,
अंधेरे दिल में आकर के परम ज्योति जगा देना,
दया कर दान भक्तिं का....
बहा दो प्रेम की गंगा दिलो में प्रेम का सागर,
हमें आपस में मिलजुल कर प्रभु रहना सिखा देना,
दया कर दान भक्तिं का....
हमारा धर्म हो सेवा हमारा कर्म हो सेवा,
सदा ईमान हो सेवा सफल जीवन बना देना,
दया कर दान भक्तिं का.....
वतन के वास्ते जीना,वतन के वास्ते मरना,
वतन पर जा फ़िदा करना,प्रभु हमको सिखा देना,
दया कर दान भक्तिं का,हमें परमात्मा देना।।
हे शारदे माँ! हे शारदे माँ।
अज्ञानता से हमें तार दे माँ।
हे शारदे माँ.......
तू स्वर की देवी है संगीत तुझसे,
हर शब्द तेरा है हर गीत तुझसे
हम है अकेले, हम हैं अधूरे
तेरी शरण में हमें प्यार दे माँ।
हे शारदे माँ.......................
तू श्वेत वर्णी, कमल पे विराजे,
हाथों में वीणा मुकुट सर पे साजे
मन से हमारे मिटा के अंधेरे,
हमको उजालों का संसार दे माँ।
हे शारदे माँ........................
मुनियों ने समझी, गुणियों ने जानी,
वेदों की भाषा पुराणों की वाणी
हम भी तो समझे, हम भी तो जाने,
विद्या का हमको वरदान दे माँ।
हे शारदे माँ...........................
India is my country.
All Indians are my brothers and sisters.
I love my country,
and I am proud of it's rich and varied heritage.
I shall always strive to be worthy of it.
I shall give respect to my parents, teachers and all elders,
and treat everyone with courtesy.
To my country and my people,
I pledge my devotion.
In their wellbeing and prosperity alone, lies
my happiness.
Jay Hind!
जन-गण-मन अधिनायक जय हे,
भारत भाग्य विधाता
पंजाब सिन्धु गुजरात मराठा,
द्रविड़ उत्कल बंग,
विंध्य हिमाचल यमुना, गंगा
उच्छल जलधि तरंग।
तव शुभ नामे जागे,
तव शुभ आशिष माँगे,
गाहे तव जय गाथा
जन-गण-मंगलदायक, जय हे,
भारत भाग्य-विधाता
जय हे, जय हे, जय हे,
जय, जय, जय, जय हे।।
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्
सुजलाम् सुफलाम्
मलयज शीतलाम्
शस्य श्यामला मातरम्
वन्दे मातरम्
शुभ ज्योत्स्ना पुलकित यामिनीम्
फुल्लकुसमित द्रुमदल शोभिनीम्
सुहासिनीम् सुमधुर भाषिणीम्
सुखदां वरदां मातरम्
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्